अब्राहम लिंकन पर निबंध ! Essay on Abraham lincoln

 अब्राहम लिंकन पर निबंध ! Essay on Abraham lincoln 

(about Abraham lincoln biography )


अगर आप Essay on Abraham lincoln  आर्टिकल को पढ़ रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि आपको Abraham lincoln biography आर्टिकल के संबंध में जानने की अत्यंत रुचि है अतः आपसे आशा है कि आप अब्राहम लिंकन के जीवन पर निबंध आर्टिकल को पूरा जरूर पड़ेंगे

 एक के बाद एक वह असफलता को झेलते  जा रहे थे किंतु नियति को कुछ और ही मंजूर था अंत में  सफलता के इतने शिखर पर पहुंचे कि वह दुनिया के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गए जी हां आज हम चर्चा करेंगे अब्राहम लिंकन के सभी रोचक किस्सों के बारे में आइये जानते है  
अब्राहम लिंकन पर निबंध ! Essay on Abraham lincoln
 अब्राहम लिंकन पर निबंध ! Essay on Abraham lincoln 


 अब्राहम लिंकन जीवनी पर निबंध - Essay on Abraham lincoln biography

 अब्राहम लिंकन का जीवन काफी उथल-पुथल भरा रहा था अब्राहम लिंकन के जीवन में मुसीबतों का पहाड़ सा आया किंतु उन्होंने अपना विवेक और अपने ऊपर भरोसा रखा अंत में सफलता के ऐसी शिखर को छुआ जिसकी किसी को सपने में भी उम्मीद ना थी

 एक आम नागरिक का लड़का बचपन से ही अपने माता पिता का साया खो चुका था 22 वर्ष की आयु में जब व्यापार में कदम रखा तो वहां भी असफलता ने झटका दे दिया अगली साल जब राजनीति में कदम रखा तो वहां भी असफलता मिली पुनः  व्यापार में लौटे किंतु वहां भी सफल ना हो सके 26 वर्ष की आयु में अपनी पत्नी को खो दिया

 उसके 1 साल बाद ही नेर्वेस ब्रेक डाउन नामक बीमारी का शिकार हो गए किन्तु हौसले जब बुलंद हो तो हारना  सीखना जैसा बन जाता है असफलताएं योही  नहीं रुकी उनकी आयु मात्र 29 वर्ष थी तब स्पीकर का चुनाव बुरी तरह हार गए 

31 वर्ष की आयु में इलेक्टर का चुनाव हारे और 39 वर्ष की आयु में अमेरिकी कांग्रेस के चुनाव में हार गए किंतु उन्होंने हार नहीं मानी हार उनके लिए जीवन के सीखने के जैसा था 

40 वर्ष की उम्र में सीनेट का चुनाव हारे उपराष्ट्रपति का भी चुनाव हारे 49 वर्ष की आयु में दूसरी बार सीनेट का चुनाव हारे 

अंत में लिंकन सफलता की सारी सीमाओं को पार कर गए और फिर सफलता के ऐसे ऊंचाई तक पहुंचे जिसकी कोई उम्मीद सपने में भी नहीं कर सकता था 

हम सभी अपने जीवन में छोटी बड़ी असफलताओं से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं किंतु अब्राहम लिंकन जिनका सारा जीवन एक तरह से असफलता पर पला बड़ा था किंतु असफलता रूपी बाग में सफलता का अति सुंदर फूल खिलने वाला था 

 उनकी आदत ही थी की वह असफल होकर जितने नीचे गिरते थे  किंतु वह सफल होने के लिए वह नीचे से छलांग मारने के लिए गिरते थे असफलता मिलने पर वह अपने लक्ष्य को छोटा नहीं अपितु  और बड़ा बना लेते थे

 सन 1861 ईस्वी में जब उनकी आयु 51 वर्ष थी तब वह राष्ट्रपति का चुनाव जीते और दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के राष्ट्रपति चुने गए अब्राहम लिंकन (abraham lincoln )  अमेरिका के 16 राष्ट्रपति थे 

Abraham lincoln अपने विरोधियों को भी गले लगा लिया करते थे अमेरिका में जब दास प्रथा का अब्राहम लिंकन ने विरोध किया तब उनको भी बहुत विरोध का सामना करना पड़ा 

दरअसल अमेरिका का उत्तरी हिस्सा और दक्षिणी हिस्सा का आपस में ही युद्ध छिड़ गया किंतु अब्राहम लिंकन ने अपने विरोधी साथियों के साथ भी दोस्ताना व्यवहार दर्शाया वह शत्रु सेना के शिविर में जा पहुंचे शत्रु सेना के सभी लोग उनको देखकर हैरान हो गए और अब्राहम लिंकन के प्रति अति संवेदना से भर गए

 लिंकन ने सभी का कार में बैठ कर अभिनंदन किया तो वहां खड़ी एक बुजुर्ग महिला ने उनसे कहा तुम तो शत्रुओं से भी मित्र की तरह मिलते हो ऐसा था अब्राहिम लिंकन का जीवन आइए और जानते है 

 अब्राहम लिंकन का जन्म कब और कहाँ हुआ था (when and where was abraham lincoln born)

 अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी 1809 में अमेरिका के एक छोटे से स्थान केंटुकी में  हुआ था हुआ है एक गरीब किसान के बेटे थे उनके माता का नाम नैंसी लिंकन था तथा पिता का नाम टॉमस लिंकन था 

बस 9 वर्ष की आयु में लिंकन अपनी माता को खो चुके थे माता के चले जाने के पश्चात उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी मुसीबतों के  पहाड़ पर विजय प्राप्त करते-करते लिंकन आखिर दुनिया में मशहूर हो गए

अब्राहम लिंकन की शिक्षा ( abraham lincoln education )


 अब्राहम लिंकन का बचपन अत्यधिक कठिनाइयों में पला बढ़ा था इसलिए  अब्राहम लिंकन की प्रारंभिक शिक्षा ठीक ढंग से नहीं हो पाई थी परिवार भी इतना शिक्षित नहीं था और माहौल और परिवेश भी  इसके प्रति जिम्मेदार  था 
किन्तु लिंकन की कठोर मेहनत ने इसको भी मात दे दी उन्होंने वकालत की डिग्री हासिल की किंतु मानवतावादी और  उदार दृष्टिकोण के कारण अब्राहम लिंकन वकालात में असफल हो चुके थे 

इसके बाद अब्राहम लिंकन रुके नहीं  उन्होंने राजनीति में प्रवेश लिया और वह रिपब्लिक पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति की शुरुआत की  और ना केवल वह एक अच्छे राजनेता बने बल्कि एक प्रखर वक्ता भी बने

 अब्राहम लिंकन और गुलामी प्रथा ( abraham lincoln and slavery system )

अब्राहम लिंकन ने गुलामी प्रथा का अंत किया अब्राहम लिंकन अमेरिका के राष्ट्रपति बने तब अमेरिका गुलामी की प्रथा से जूझ रहा था दरअसल अफ्रीका के अश्वेत लोगों को अपने खेतों में काम कराया जाता था और उत्तरी राज्यों के लोग गुलामी प्रथा के खिलाफ थे 

अंततः अमेरिका के उत्तरी राज्यों का दक्षिणी राज्यों के बीच युद्ध हुआ और लिंकन ने अपने विचार से पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि एक राष्ट्र आधा दास आधा बिना दास रह ही नहीं सकता अंत में  उत्तरी राज्यों की विजय प्राप्त हुई और लिंकन ने देश को इस गृह युद्ध से उबारने में मदद की 

 13वें संशोधन द्वारा अमेरिका में दास प्रथा की समाप्ति हुई आज दुनिया में भी दास प्रथा के उन्मूलन का बीड़ा उठा है और दास प्रथा दुनिया में एक कुप्रथा के रूप में समाप्त हुई

 अब्राहम लिंकन जीवनी पर मूवी ( movie on abraham lincoln biography )

अब्राहम लिंकन की जीवनी पर आई मूवी  का नाम वैंपायर हंटर - Abraham lincoln vampire hunter  है जो 2012 में रिलीज हुई है 

अब्राहम लिंकन की मृत्यु कैसे हुई - How Abraham lincoln died 

अब्राहम लिंकन की मृत्यु अमेरिका के फोर्ड  थियेटर हॉल में आवर अमेरिकन कजन नामक नाटक देखते  हुई जॉन विल्किस बूथ  नामक एक अभिनेता ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी वह अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे जिनकी किसी ने गोली मारकर हत्या की थी 

उनका  दुखद निधन 14 अप्रैल 1865 को हो गया था उनका अमेरिका की राजनीतिक इतिहास में भी लिंकन का योगदान अति महत्वपूर्ण है


आपको अब्राहम लिंकन  अब्राहम लिंकन पर निबंध ! Essay on Abraham lincoln पर प्रस्तुत यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। . 

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