कनेर के फूल ; के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है कनेर ( yellow oleander ) के फूल पीले रंग के होते हैं कनेर फूल का यह रंग भगवान विष्णु का प्रतीक के साथ-साथ यह ज्ञान और विद्वत्ता का भी प्रतीक माना जाता है
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पीली कनेर के बारे में | yello oleander | kaner ka phool |
कनेर के फूल का उपयोग हम भगवान पर चढ़ाने के साथ-साथ अन्य औषधीय कार्यों में भी करते हैं जो कि हम आगे जानेंगे
भाषाएं | नाम |
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हिंदी में नाम | पीला कनेर |
इंग्लिश में नाम | यैलो ओलींडर |
संस्कृत में नाम | पीत करवीर |
मराठी में नाम | पिम्वल कंजर |
उड़िया में नाम | कोनयार फूल |
गुजराती में नाम | पीली कनेर |
मराठी में नाम | पिमवल कनेर |
बंगाली में नाम | कोकलाफूल |
तमिल में नाम | पचैयलरि |
कनेेर की विशेषताएं :
- पीला कनेर अथवा कनेर का पेड़ को हमने मंदिरों , उद्यानों , विभिन्न पार्क मैं लगा देखा होगा इसकी पत्तियां सकरी और लंबी होती हैं जब की फूल पीले रंग के काफी सुंदर होते हैं
- कनेर के पीले फूल हम भगवान विष्णु और अन्य देवताओं की पूजा में प्रयोग लाते हैं
- कनेर के पेड़ को हम अपने घर के बाहर भी लगा सकते हैं क्योंकि इसकी कड़वाहट के कारण इसे बकरी या गाय भैंस नहीं खाती है
- कनेर का वनस्पति नाम thevetia Peruviana [ थिवेटिआ पेरुवियाना ] होता है
- कनेर के फल जहरीले होते है बच्चों को कनेर का पेड़ से दूर ही रखना चाहिए